Wednesday, January 4, 2012

कोशिश करने वालों की - हरिवंशराय बच्चन



लहरों से डर कर नौका पार नहीं होती
हिम्मत करने वालों की हार नहीं होती....

नन्ही चींटी जब दाना लेकर चलती है
चढ़ती दीवारों पर सौ बार फिसलती है
मन का विश्वास रगों में साहस भरता है
चढ़ कर गिरना, गिर कर चढ़ना, ना अखरता है
आखिर उसकी मेहनत बेकार नहीं होती
कोशिश करने वालों की हार नहीं होती....

डुबकियां सिन्धु में गोताखोर लगाता है
जा जा कर खाली हाथ लौट आता है
मिलते ना सहेज ही मोती पानी में
बहता दूना उत्साह इसी हैरानी में
मुट्ठी उसकी खाली हर बार नहीं होती
हिम्मत करने वालों की हार नहीं होती....

असफलता एक चुनौती है स्वीकार करो
क्या कमी रह गयी, देखो और सुधार करो
जब तक ना सफल हो, नींद चैन की त्यागो तुम
संघर्षों का मैदान छोड़ मत भागो तुम
कुछ किये बिना ही जय जय कार नहीं होती
हिम्मत करने वालों की हार नहीं होती
हिम्मत करने वालों की हार नहीं होती.... 

Translation to above poem :

You cannot take your boat across the sea If you are afraid of the waves, The one who tries Never fails. The tiny ant carries a small grain in its mouth, Climbs up on the wall, slips and falls a hundred times, The determination in the mind fills your body with courage, Then climbing up and falling down does not hurt, Ultimately, its (the ant’s) efforts do not go waste, The one who tries Never fails. The diver dives into the water of the sea, He returns empty handed a number of times, Not easy it is to find a pearl in the deep waters, But this in turn doubles his enthusiasm, His hands are not empty every time, The one who tries Never fails. Failure is a challenge, accept it, Recognise your shortcomings, rectify them. Till you are successful, shun rest and sleep, Never run away from the battlefield of hard work, You cannot get praise without working for it, The one who tries Never fails.

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